कौन है?-
निर्मोही की बात सुनकर आरव जैसे सदमे में आ गया था। उसका कहना था कि होटल पर पहुंचे बिना ही उसने निंद्रावस्था में वही मैसेज टाइप कर दिया था जो होटल पहुंच कर करना था। आरव उलझन में था। ऐसा आखिर हुआ कैसे? कोई सपने में ही मेसेज करके मुझे होटल पहुंचने से पहले वापस कैसे बुला सकता है? जिसने भी यह मेसेज मुझे भेजा है उसकी वही मंशा रही होगी कि मै होटल पहुंच ने से पहले ही वापस लौट आऊ।' मगर ऐसा कौन कर सकता है? निर्मोही तो खूद डरावने सपनो से परेशान है। इसलिए वो ऐसा नही क्यों करेगी? रही बात उसकी मोम की तो वह फिलहाल घर पर नहीं है----तो सवाल यही उठता है व्हाट्सएप पर मैसेज करके आखिर मुझे रोका किसने?' अब आरव निर्मोही को अपने साथ ले जाकर खुद पता लगाना चाहता था। निर्मोही की सपने वाली बात में कितनी सच्चाई है यह जानना चाहता था। जब से निरूपण, निर्मोही के साथ डेट पर जाने के लिए राजी हो गया था तब से आरव को भी सपने वाली बात मे कोई तो राज होने का संदेह हुआ था। निर्मोही के घर से बाहर निकल कर आरव बोल उठा। "हम प्लान A पर काम करेंगे।" आरव ने निर्मोही का मन जानने की कोशिश की। "यस आरव, मैं निरूपण को पूछ लेती हूं मुझे यकीन है वह होटल पर पहुंच गया होगा। अब पीछे हट नहीं करनी। जो होगा देखा जाएगा। स्वप्न संकेत के रहस्य को जितना हो सके जल्दी हम पार कर लेंगे।" दृढ़ निश्चय करके निर्मोही ने अपना फैसला सुनाते हुए निरूपण को कॉल जोडी। कॉल जा रही थी कुछ अंतराल बाद उसके मोबाइल के स्पीकर से उसके कानों के परदे चीरती हुई किसी अनजान स्त्री की खौफनाक हंसी सुनाई दी। उसकी भयानक हंसी निर्मोही और आरव के रोंगटे खड़े करने के लिए काफी थी। "बकरे की मां कब तक खैर मनायेगी एक दिन तो उसे कटना ही है!" स्पीकर से गूंजती आवाज में धमकी का पुट था। और तुरंत कॉल डिस्कनेक्ट हो गई। "कौन था? तुमने तो निरूपण को कॉल जोड़ी थी ना?" "हां नंबर तो उसका ही है पता नहीं कैसे किसी महिला की आवाज आई।" आरव उत्साहित होकर बोल। " हम बिल्कुल सही रास्ते पर है! चलो बैठो गाड़ी पर मैं तुम्हें बाकी की बात रास्ते में समझाउंगा। आरव ने बाइक स्टार्ट करते हुए कहा, "एक बात तो तय है, कॉल निरूपण या नहीं एक्सेप्ट की। यह वही है जो तुम्हारे सपने में आकर तुम्हें डराता है। फिलहाल इसका निरूपण से क्या वास्ता है यही देखना है।" निर्मोही का गला सूख गया था। वह चुपचाप आरव के पीछे बैठ गई। "जो भी होता है अच्छे के लिए होता है।" आरव ने बाइक भगाते हुए कहा। आरव ने एक बार फिर नंबर चेक कर लिया। नंबर निरूपण का ही था। वह कहने लगा, "अब इसका अर्थघटन हमें क्या करना चाहिए? ऐसा सोचे कि निरुपण के भेस में सामने कोई डायन या वेम्पायर थी? वह सब मुझे पता होता तो तुम्हें अपने साथ मैं क्यों लाती? यह सब मेरी समझ के बाहर है। मैं तो सिर्फ इतना जानना चाहती हूँ कि अगर निरुपण का मेरे सपनो से कनेक्शन है तो कैसे है?" तू फिक्र मत करो हम जल्दी इस बात का पता लगा लेंगे फिलहाल तो मुझे लगता है तूने उसकी बात गौर से नहीं सुनी!" "किसकी बात?" उसी की जिसने अभी अभी तुझे फोन पर धमकी दी है। वह साफ लफ्जो में यही कह रही थी कि अच्छा हुआ तुम टाइम पर होटल नहीं पहुंची। वरना बेमौत मारी जाती।" "मतलब की मैं उसके टारगेट में हूँ?" "बिल्कुल हो। सीधी सी बात है उसने ऐसे ही नहीं कहा था कि बकरे की मां कब तक खैर मनाएगी।" "अब तो मुझे डरा रहा है आरव, मैं कोई रूहानी ताकत के हाथों मरना नहीं चाहती।" "मतलब तुम मानती हो कि यह काम कोई शैतानी ताकत का है?" "मुझे लगता है कुछ होने वाला है कुछ ऐसा जिसकी हमने कल्पना तक नहीं की।" सड़क पर बाइक तेज रफ्तार से दौड़ रही थी। अचानक से हवाएं तेज चलने लगी थी। वातावरण में आया बदलाव फिलहाल दोनों ने ध्यान नहीं दिया। आरव ने संभलकर टर्न लेते हुए कहा, अब मुझे भी ऐसा ही लगता है पहले तो मैं भी तुम्हारे सपने के संकेत वाली बातों को सहज में ले रहा था। लेकिन उससे जुड़े कुछ वाकये सामने आए तो एहसास हुआ कि कुछ तो गड़बड़ है। निरूपण के कौन से कोई मजाक में भी ऐसी बात नहीं कर सकता। मैं उसे अच्छी तरह जानता हूं।" "तो फिर अब क्या सोचा है?" फिलहाल तो मेरे दिमाग का बंटाधार हुआ पड़ा है लेकिन एक बात का तुम्हें भरोसा दिलाता हूँ कि हर पल मैं तुम्हारी रक्षा करूंगा। परछाई की तरह तुम्हारे पीछे रहूँगा।" यह सब कहने की जरूरत नहीं है आरव, मैं तुम्हें अच्छी तरह समझती हूं तुम मेरे सबसे अच्छे दोस्त हो।अच्छा हुआ ना होटल मिलन में रूम बुक नहीं करवाया? हमारे प्लान में तो यही बात शामिल थी कि निरूपण से पहले मुझे होटल पहुंच करो रूम बुक करवा लेना है।" मुझे मालूम है कि तुम लेट हो जाओगी इसके लिए मैंने पहले ही 401 नंबर रुम बुकिंग के लिए रिसेप्शन पर कॉल की थी।" "अरे हा, यह वही नंबर है जो तुमने मुझे व्हाट्सएप पर सेंड किया था।" निर्मोही बोल उठी थी। "लेकिन तब कमरा खाली नहीं है ऐसा रिसेप्शनिस्ट ने कहा था।" आरव को वह बात याद आते ही वो उछल पड़ा। एक मिनट कहते हुए उसने तुरंत ही होटल पर कॉल जोडी। और ब्लूटूथ ऑन कर लिया। "हेलो मेंम, कुछ देर पहले मैंने रुम नंबर 401 के बुकिंग के लिए कॉल किया था। तब आपने बताया था रूम खाली नहीं है, वह रूम हमें कब तक मिल सकता है?" तब सामने से कही गई बात से आरव चौक गया। एक दम से वह बोल उठा, "क्या?" फिर वह रिसेप्शनिस्ट की बात गौर से
madhura
27-Sep-2023 10:17 AM
Amazing part
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Gunjan Kamal
27-Sep-2023 08:51 AM
शानदार
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